Congratulation By WordPress On 16/12/2018 Thanks By / Hare Krishna ‘Gayshir’ © gayshir 2018
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H.G.Poornima
गुरू पूर्णिमा की शुभकामनाएं / Happy Guru Poornima © gayshir 2018
Thanks/धन्यवाद.
Image: By WordPress To my WordPress website artpens On 04/06/2018 छवि: वर्डप्रेस द्वारा मेरे वर्डप्रेस वेबसाइट आर्टपेन्स (कलाकृृृृतियाँ) के लिए 04/06/2018 को Thanks to all my Fans, Followers, Readers …
राह रौशन
काम का नाम
व्यस्त विभाग
प्यार प्यारा
काला कुत्ता रास्ता काटा
क्या बताउँ उस दिन? क्या हो गया साथ? याद नहीं कुछ देर की, शेष सभी स्मरण साथ – दुपहिया वाहन और चौड़ी सड़क – जैसे …
पहले और अब
दो दिन पहले कोहरा था, जाड़े का असर गहरा था, सुबह धुन्धली, दोपहर बाद साफ़- गर्मी पढ़ रहा ककहरा था । रास्तों पे उड़ रहे …
अमर आशा (Imortal hope)
आशा कभी नहीं मरती, भाषा बदलती है परिधान । कथा करबट लेती है – वही धरती वही आकाश । (Hope never dies, Language changes garment. …
खिड़की से
सीमित परन्तु दुनियाँ दिखती है, राह चलता इनसान दिखता है। बेचने ख़रीदने वालों के भाव- बिका हुआ सामान दिखता है। हवा नहीं, आती है दवा …
कहते हैं किसान
जाड़े का अचरज
चाँद पूर्णिमा में पूरा, अन्य दिन आधा-अधूरा। कभी कुछ नहीं, अन्धेरा हर कहीं। परन्तु अचरज! जाड़े में सूरज- दाग़-धब्बा रहित, शीतल प्रकाश सहित, गर्मी से …
जीवन में
पापा देखो!
गिनतीहीन
धुन्धली रात
कोहरे से भरी रात, कठिन होती सरल बात, बेदम होती है रौशनी, दूर एक रंग-सात। :- गयशिर
हाँ-नहीं तुम
रात का समय
आज का
दो दिन बाद दोपहर के, कुछ देर को धूप निकली, राहत मिली देख के, धुंधलके की ज़िद्द छूटी.
Creations
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